IPL 2023 के 13वें मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स (KKR) ने गुजरात टाइटन्स (GT) के जबड़े से मैच छीन लिया, और 205 रनों के एक विशाल लक्ष्य को हासिल करने में कामयाब रही. इस जीत का श्रेय KKR के युवा बल्लेबाज Rinku Singh को जाता है, जो आखिरी ओवर में लगातार पांच छक्के लगाकर अपनी टीम की जीत के हीरो बने. सचिन, सहवाग, और शाहरुख खान से लेकर हर कोई उनकी सराहना कर रहा है.
IPL का नए सुपरस्टार रिंकू सिंह कौन हैं?
IPL के राइजिंग स्टार रिंकू सिंह का जन्म 12 अक्टूबर 1997 को उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में हुआ. पांच भाई बहनों में रिंकू तीसरे नंबर के हैं. वे एक बेहद ही साधारण परिवार से आते हैं. रिंकू के पिता खानचंद्र सिंह लोगों के घरों में एलपीजी सिलेंडर पहुंचाने का काम करते हैं. वहीं उनकी मां वीना देवी हाउस वाइफ हैं. रिंकू के भाई जीतू सिंह ऑटो चलाते हैं.
रिंकू ने गुजरात के खिलाफ अपनी पारी के बाद कहा “मेरे पिता ने बहुत संघर्ष किया, मैं किसान परिवार से आता हूं. हर गेंद जो मैंने मैदान से बाहर मारी वह उन लोगों को समर्पित थी जिन्होंने मेरे लिए इतना बलिदान दिया.”
बहरहाल, रिंकू को बचपन से क्रिकेट में काफी दिलचस्पी थी. रिंकू के लिए क्रिकेट में अपना करियर बनाना आसान नहीं था. पिता ने कई बार क्रिकेट खेलने के लिए पिटाई भी की. बावजूद इसके रिंकू क्रिकेट खेलते रहे. दिल्ली में खेले गए एक मैच में उन्हें एक बाइक गिफ्ट मिली, जिसको उन्होंने अपने पिता को दे दी.
रिंकू ने सिलेंडर ढोए थे, झाड़ू-पोंछे की नौबत भी आई
रिंकू को अपने परिवार का पूरा सपोर्ट मिला, लेकिन परिवार आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा था. ऐसे में रिंकू ने पिता को कर्ज के बोझ से बाहर निकालने के लिए नौकरी करने का फैसला किया. उन्हें एक कोचिंग सेंटर में झाड़ू पोछा लगाने का काम मिल गया. लेकिन रिंकू का दिल क्रिकेट में ही लगा रहता था. कुछ दिनों बाद उन्होंने यह नौकरी छोड़ दी. इसके बाद क्रिकेट पर अपना पूरा फोकस लगाने लगे.
कैसे बदली अलीगढ़ के रिंकू सिंह की किस्मत?
रिंकू को अपने सफर में उनके कोच मसूद अमीन का साथ मिला. जिन्होंने उनके मुश्किल समय में भी उनका साथ दिया. उन्हें ट्रेनिंग दी. वहीं जीशान नाम के युवक ने भी अंडर-16 के ट्रायल में दो बार फेल होने के बाद रिंकू सिंह की काफी मदद की. जिसके बारे में रिंकू खुद एक इंटरव्यू के दौरान खुलासा कर चुके हैं. उनके पास क्रिकेट किट से लेकर जूते खरीदने तक के पैसे नहीं थे.
किसान परिवार के रिंकू सिंह के मेहनत रंग लाई
बहरहाल, आगे रिंकू की मेहनत रंग लाई. साल 2014 में उत्तर प्रदेश की टीम से लिस्ट-ए और टी20 में डेब्यू करने मौक़ा मिला. उन्होंने अपने पहले ही लिस्ट ए के मैच में 87 गेंदों 83 रनों की शानदार पारी खेली थी. इसके बाद सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में विदर्भ के खिलाफ अपने डेब्यू मैच में महज 5 गेंदों में 24 रनों की पारी खेलकर क्रिकेट दिगज्जों का ध्यान अपनी ओर खींचा. घरेलू मैचों में उनके प्रदर्शन का इनाम भी मिला.
शाहरुख खान भी हुए रिंकू सिंह के अब दीवाने हैं
साल 2017 में किंग्स इलेवन पंजाब ने रिंकू को 10 लाख रुपए देकर अपनी टीम में शामिल किया, लेकिन उन्हें एक भी मैच में मौक़ा नहीं मिला. फिर साल 2018 में रिंकू को कोलकाता नाइट राइडर्स ने 80 लाख रुपए देकर अपनी टीम में शामिल किया. तब से रिंकू केकेआर की टीम का हिस्सा हैं. लेकिन इस सीजन उनके खेल ने सभी को काफी प्रभावित किया है. खास तौर पर गुजरात के खिलाफ खेली गई उनकी ताबड़तोड़ पारी.
रिंकू सिंह ने आखिरी ओवर फेंक रहे गुजरात के बल्लेबाज़ यश दयाल पर आखिरी पांच गेंदों पर लगातार पांच छक्के लगाकर मैच जिता दिया. रिंकू सिंह ने केकेआर के मालिक शाहरुख खान को अपनी इस पारी से दीवना बना लिया. रिंकू सिंह ने इस मैच में 21 गेंदों में 228.57 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाज़ी करते हुए 48 रनों की पारी खेली.
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